प्रवृत्तियाँ

अन्य

1. धार्मिक शिक्षण शिविर – मिटिंग के दौरान स्थानीय स्तर अधिक से अधिक शिविर लगाने की प्रेरणा करना।
2. महिला स्वाध्यायी – स्वाध्यायी सेवा देने के लिए अधिक से अधिक बहनों को प्रेरित करना।
3. धार्मिक परीक्षा – JSP, कर्म प्रज्ञप्ति के लिए प्रेरित करना।
4. श्रमणोपासक – पढ़ने की प्रेरणा व समय पर रिपोर्टिंग की प्रेरणा करना।
5. रिपोर्टिंग सिस्टम – संबंधित प्रवृत्ति के गूगल फॉर्म भरवाने की प्रेरणा देना।
6. आरूग्गबोहिलाभं – I Jain My Jain के द्वारा आयोजित शिविर से जुड़ने की प्रेरणा देना।
7. उच्च शिक्षा योजना – अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा योजना से जोड़ना।
8. प्रतिक्रमण प्रतियोगिता – प्रतियोगिता पाँच चरण मे रखी गई है।
– इच्छामि णं भंते 18 पापस्थान
– इच्छामि खमासमणो  5 अणुव्रत
– 7 अणुव्रत – तस्स धमस्स
– 5 पदो की भाव वंदना – अंतिम पाठ
सम्पूर्ण प्रतिक्रमण विधि सहित

1. जिनको नया प्रतिक्रमण विधि सहित याद है वह इसमे रजिस्ट्रेशन ना करें|
2. यह प्रतियोगिता सभी आयु वर्ग के बच्चे, श्रावक व श्राविकाओं के लिए है|
3. प्रतिक्रमण नया व संशोधित याद करें |
4. जिनको विधि सहित याद है वह अंतिम तिथि के 2 दिन पहले स्थानक भवन में प्रतिक्रमण सुनाना अनिवार्य है |
5. रजिस्ट्रेशन 01 अप्रैल से पहले करना अनिवार्य है |
9. पाठशाला – अधिक से अधिक बच्चों को पाठशाला में जाने के लिए प्रेरित करना।